Sinusitis Naak Ki Sabase Kharab Bimari
23 दिसंबर 2019 read latest hindi news (ताजा हिन्दी समाचार) on sinusitis masalah, quick relief, home remedies 1 हिन्दी न्यूज़ . Nov 19, 2020 · sinus ke gharelu upay तो दोस्तों ये थे sinus को ठीक करने के कुछ घरेलु उपाय. जिनके उपयोग से आप साइनस जैसे गंभीर समस्या से sinusitis ke upay निजात पा सकते हैं.
Pdf Sinusitis And Hijama A Review Researchgate
Sinus Sinusitis Remedies Home Remedies Medicine Treatment
Treat Migraine Instantly With Swami Ramdevs Yoga Asanas And
Feb 22, 2021 · sinus symptoms: इसके आम लक्षणों में सिरदर्द, चेहरे का सिकुड़ना, साइनस में दर्द, फीवर, कान व दांतों में दर्द, चेहरे में सूजन, गले में खराश और कफ शामिल हैं. नासिका पंचज्ञानेंद्रियों में से एक इंद्रिय है, जिसे आयुर्वेद में “नासाहि शिरसो द्वारम’ कहा है अर्थात् नासिका सिर का द्वार है। नासिका की रचना में नाक की जड़ के पास की हड्डियों के ढांचे में जो छिद्र होते हैं, वे साइनस कहलाते हैं। साइनस चेहरे व खोपड़ी (क्रेनिअम) की अस्थि में स्थित एक sinusitis ke upay रिक्त स्थान है, जहां वायु रहती है। नाक की कैविटी व साइनस के बीच अनेक छोटे-छोटे छिद्र होते हैं।. See full list on mybapuji. com.
Jul 04, 2008 · ayurveda ki ek dava mein yahan likhe de raha hun, jo sabhi tarah ki sinusitis mein upayogi hai. lagatar kuchch mahine khane se aaram mil jayegi. jo sinusitis se pareshan hain, ve “chitrak haritaki” dava kisi achchi kampany ki lekar khayein, unhein avashya phayada hoga. Sinusitis ke gharelu upcharo sinusitis ke upay ko janne se pehle ham aapko yeh batana chahenge ki yeh kya hai aur iske lakshan kya hai. tabhi aap iss bimari ko pehchankar iska sahi samay par illaj kar payenge. Sinus ka upchar kaise kiya jata hai आधुनिक चिकित्साशास्त्र के अनुसार एंटीबायोटिक्स, एंटीएलर्जिक्स, पेनकिलर्स, नोजल ड्रॉप्स और स्प्रे के माध्यम से साइनोसाइटिस का उपचार किया जाता है और जरूरत पड़ने पर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए स्टेरॉयड्स दिए जाते हैं।.
Mar 19, 2019 · इनस जो कि नाक से जुड़ा एक रोग है जो बैक्टिरियल, वायरल या फिर फंगल इन्फेक्शन के कारण हो सकता है(sinus thik karne ke upay) dua. बार-बार नाक बंद हो जाना, 3. रुग्ण का छीकों से परेशान होना, 4. सिर भारी रहना, lima. बेचैनी, 6. सिर दर्द, 7. सारे शरीर में दर्द, 8. खांसी, 9. आचाज बैठना 10. इत्यादि लक्षणों से साइनोसाइटिस की पहचान होती है। यह अत्यंत सुलभता से पाया जाने वाला रोग है। छोटे बच्चे से लेकर युवाओं तक में होने वाला, वर्षा व शरद ऋतु में अधिकांशतः पाया जाने वाला रोग है। जिनकी प्रकृति कफज होती है, उन्हें यह बार-बार होता है।. Sinus se bachne ke upay साइनस का संक्रमण पूर्ण रूप से नहीं रोका जा सकता है, लेकिन कुछ सावधानियां संक्रमण से बचने में मदद कर सकती हैं। 1. सर्दी sinusitis ke upay और बारिश के मौसम में फ्लू से बचाब करना चाहिए। इससे साइनस का संक्रमण भी रोक सकते हैं। 2. एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन कम से कम करना चाहिए क्योंकि एंटिबायोटिक तब मदद करते हैं. जब बैक्टीरिया का संक्रमण हो, लेकिन वायरल संक्रमण में एंटीबायोटिक असर नहीं करती। ऐसे में जरूरत से ज्यादा एंटीबायोटिक लेने पर शरीर में दवाइयों के प्रति ही प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ने लगेगी। 3. यदि एलर्जी है तो सुबह lima बजे से 10 बजे के बीच कमरे की खिड़कियां नहीं खोलनी चाहिए क्योंकि उस समय वातावरण में परागकणों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। 4. डॉक्टर से बिना पूछ मेडिकल स्टोर से दवा लेकर अपने आप इलाज करने से साइनोसाइटिस बिगड़ सकता है या यह ज्यादा गंभीर हो सकता है। इसलिए जरूरत होने पर सबसे पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। 5. डिहाइड्रेशन के शिकार ऐसे लोग, जो गर्म इलाकों में रहते हैं. वे पहले गर्म पानी पीते हैं क्योंकि वे जानते है कि एक व्यक्ति को जल्दी रिहाईट्रेड करने का यह आसान लहसुन है साइनस से बचने का घरेलू उपाय sinus ki persoalan ka gharelu nuskha hai garlic in hindi. साइनस से छुटकारा पाने के लिए करें तुलसी का उपयोग sinusitis ke upay me kare basil ka upyog in hindi.
Sinus ka gharelu upay bataiye 1. साइनोसाइटिस के रुग्ण हल्दी,पिप्पली, काली मिर्च, सोंठ, अजवायन, तुलसी के पत्तो यष्टिमधु, कोष्ठ, कुलींजन सम मात्रा में लेकर रात को भिगोकर दूसरे दिन सुबह इसका काढ़ा या इससे सिद्ध चाय नित्य पियें। 2. तुलसीके पत्ते सुबह-शाम चबाकर खाएं। 3. कपाल, नाक पर वेखंड व सुंठी उबालकर गर्म कर गाढ़ा लेप लगाए । 4. आनुवंशिक तकलीफ होने पर dua-tiga नग पिप्पली 1 कप दूध व पानी में उबालकर लें। lima. नाक के भीतर शुद्ध घी अच्छे तरीके से लगाएं। 6. नमक व हल्दी पानी में उबालकर उस पानी से कुल्ले करें। 7. दो कप पानी में लहसुन की छिली हुई दो कलियां, हल्दी, सोंठ, अजवाइन प्रत्येक आधा चम्मच काली मिर्च के पांच दाने पीसकर धीमी आंच पर औटाएं। जब चौथाई कप बच जाएं तब छानकर कुनकुना पिएं। 8. तेजपत्ता लेकर तवे पर सेंककर बारीक चूर्ण बना लें। इसमें सोंठ, काली मिर्च तथा पीपल का बराबर sinusitis ke upay चूर्ण मिलाकर एक चम्मच की मात्रा में गर्म पानी से नित्य प्रयोग कराएं। 9. अणु तैल (dua-2 बूंद) या वचा तैल (6-6 बूंद) को कुछ गर्म करके नाक में डालें। इससे नाक से बहुत सारा श्लेष्मा निकलता है। 10. काली मिर्च 4 नग, गेहूं का चोकर 1 च Sinus ka ayurvedic ilaj kya hai 1. आयुर्वेदिक चिकित्सा क्रम में परहेज को अत्यंत महत्व है। dua. साइनोसाइटिस के रुग्ण को शीत पदार्थ, खटाई में आचार इत्यादि अम्ल पदार्थो, शीत-विहार आदि से बचना चाहिए। tiga. साइनोसाइटिस में सामान्यतः त्रिफला गुग्गुल, संजीवनी वटी, सूक्ष्म त्रिफला, त्रिभुवनकीर्ति प्रत्येक 1-1 बटी गरम पानी के साथ लें। 4. नाक बंद होकर श्वास लेने में तकलीफ सिर दर्द, सिर में भारीपन, नाक की हड्डी टेढ़ी होना जैसी अवस्था में लक्ष्मी नारायण रस, ज्वरांकुश व लवंगादि वटी प्रत्येक गोली दिन में dua बार चबाकर खाएं। 5. श्वास लेने में कोई कष्ट तो नहीं हो रहा है। मार्ग की विकृति ठीक हो रही है या नहीं, इसका निरीक्षण करें। 6. अन्य औषधियों में नारदीय लक्ष्मीविलास रस, नागगुटी, सितोपलादि चूर्ण, समीर पन्नग रस, कांचनार गुग्गल, द्राक्षारिष्ट, चित्रक हरीतकी अवलेह, च्यवनप्राश इत्यादि चिकित्सक के परामर्शानुसार लेनी चाहिए। 7. नस्यकर्म साइनोसाइटिस के उपचार में नस्य कर्म का विशिष्ट महत्व है इसके परिणाम आश्चर्यजनक पाये गये हैं। नस्य कर्म में विशिष्ट प्रक्रिया द्वारा नासामुल में औषधि द्रव्य की कुछ बूंदें छोड़ Sinus ka upchar ke gharelu upay: aksar logo ko naak band aur achanak se jukam ki shikayat hone lagti hai, supayaयोग से साइनस का उपचार 2 and gharelu totkay in urdu.
Posting Komentar untuk "Sinusitis Ke Upay"